वर्तमान समय में कोरोना महामारी से पूरी दुनिया परेशान है और ऐसे में इस महामारी के दौरान ऐसे बहुत सारे बच्चे है जिन्होंने इस महामारी में अपने माता पिता को खो दिया है, उनके परिजन की मृत्यु कोरोना संक्रमण से हो गई है। राज्य सरकार द्वारा इन बच्चों को आर्थिक व सामाजिक सहायता प्रदान करने के लिए मुख्यमंत्री बाल सेवा योजना (Mukhyamantri Baal Seva Yojana) का संचालन कर रही है। उत्तरप्रदेश राज्य में 179 बच्चों की पहचान की गयी है जिनके माता पिता की मृत्यु कोरोना संक्रमण से हुई है और 1799 ऐसे बच्चे है जिनके माता या पिता की मृत्यु कोरोना संक्रमण से हुई है। इस योजना के बारे में यदि आप जानकारी प्राप्त करना चाहते हैं तब आपको इस पोस्ट में इस योजना से संबंधित सभी जानकारी मिल जाएगी।
उत्तर प्रदेश मुख्यमंत्री बाल सेवा योजना क्या है?
इस योजना की घोषणा उत्तर प्रदेश राज्य के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी ने 30 मई 2021 को किया था, और वर्तमान समय में इस योजना का संचालन उत्तर प्रदेश राज्य सरकार के महिला व बाल विकास कल्याण विभाग द्वारा किया जा रहा है। इस योजना के माध्यम से उन सभी बच्चों को आर्थिक व सामाजिक सहायता प्रदान किया जायेगा जिनके माता पिता या इनमें से किसी एक की मृत्यु कोरोना संक्रमण से हुई है। इस योजना के माध्यम से आर्थिक सहायता के साथ साथ पढ़ाई और शादी का खर्च राज्य सरकार द्वारा उठाई जायेगी। इस योजना के माध्यम से बच्चों की पालन पोषण के लिए बच्चे को या फिर उसके अभिभावक को 4000 रूपये प्रति महीने प्रदान किया जायेगा।
उत्तर प्रदेश मुख्यमंत्री बाल सेवा योजना की विशेषता
कोरोना संकट अभी हटा नही है, और ऐसे बहुत से बच्चे है जो अपने माता पिता को खो चुके है, और यदि आप इस योजना के बारे में विस्तार से जानकारी प्राप्त करना चाहते हैं तब इस योजना की मुख्य विशेषता निम्न है–
- इस योजना के माध्यम से लड़कियों के शादी के लिए आर्थिक सहायता प्रदान किया जायेगा।
- इस योजना के माध्यम से यदि बच्चे 10 वर्ष से कम है और उनका कोई अभिभावक नही है तब उन्हे राजकीय बाल गृह में आवासीय सुविधा प्रदान किया जायेगा।
- जो बच्चे स्कूल या कॉलेज में पढ़ रहे है उन्हे मोबाइल या लैपटॉप प्रदान किया जायेगा।
- इस योजना के लिए सरकार द्वारा मुख्यमंत्री बाल सेवा योजना का एमआईएस पोर्टल लॉन्च किया गया है।
- इस योजना के माध्यम से आर्थिक सहायता बच्चे के वयस्क होने तक प्रदान की जाएगी।
- इस योजना का लाभ उन बच्चों को भी मिलेगा जो अपने लीगल गार्डियन या फिर आय अर्जित करने वाले अभिभावक को कोरोना संक्रमण में खो चुके हैं।
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उत्तर प्रदेश मुख्यमंत्री बाल सेवा योजना का उद्देश्य
इस योजना का मुख्य उद्देश्य उत्तर प्रदेश राज्य में निवास करने वाले बच्चे जिन्होंने अपने माता पिता या फिर इनमे से किसी एक को कोरोना संक्रमण के कारण खो दिया है उन्हे आर्थिक और भौतिक सहायता प्रदान करना है। इस योजना का मुख्य उद्देश्य बच्चे अपना भरण पोषण आसानी से कर सके तथा अपनी पढ़ाई पूरी कर सके। इस योजना का मुख्य उद्देश्य अभिभावक के मृत्यु के बाद किसी बच्चे को किसी तरह की परेशानी न हो, इसलिए राज्य सरकार द्वारा आर्थिक सहायता प्रदान किया जा रहा है, और इसके साथ ही अनाथ बच्चों को आवासीय सहायता तथा शादी के लिए आर्थिक सहायता भी प्रदान की जाएगी, ताकि उन्हें किसी तरह की समस्या न हो। उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा इस योजना के माध्यम से प्रति माह आर्थिक सहायता प्रदान किया जायेगा।
उत्तर प्रदेश मुख्यमंत्री बाल सेवा योजना का लाभ
- इस योजना का मुख्य रूप से लाभ उन बच्चों को होगा जिन्होंने अपने माता पिता को कोरोना संक्रमण के कारण खो दिया हैं।
- बच्चे जो संक्रमण में अभिभावक को खो चुके हैं वह इस योजना के माध्यम से अब आसानी से पढ़ाई कर सकते हैं।
- इस योजना के लिए लड़कियों की शादी के लिए 101000 रूपये प्रदान किया जायेगा।
- ऑनलाइन शिक्षा के लिए मोबाइल व लैपटॉप आसानी से मिल जायेगा।
- इस योजना के माध्यम से लड़कियों को भारत सरकार द्वारा संचालित कस्तूरबा गांधी बालिका विद्यालय, प्रदेश सरकार द्वारा संचालित राजकीय बाल गृह तथा अटल आवासीय विद्यालयों के माध्यम से शिक्षा तथा आवास की सुविधा उपलब्ध कराया जाएगा।
- इस योजना का लाभ उठाने के लिए आवेदक अपने माता पिता के मृत्यु के 2 वर्ष के अंतर्गत आवेदन कर सकता है।
मुख्यमंत्री बाल सेवा योजना के लाभ उठाने हेतु पात्रता
वर्तमान समय में यदि आप इस योजना का लाभ उठाना चाहते हैं तब आपके पास निम्न योग्यता होना चाहिए –
- आवेदक को उत्तरप्रदेश राज्य का स्थायी निवासी होना अनिवार्य है।
- आवेदक के माता पिता की मृत्यु कोरोना संक्रमण से हुआ होना चाहिए।
- आवेदक अपने लीगल गार्डियन या फिर आय अर्जित करने वाले अभिभावक को कोरोना वायरस संक्रमण में खोया हो।
- वह बच्चे जिनके माता या पिता किसी एक की मृत्यु कोरोना संक्रमण से हुआ हो।
- आवेदक का उम्र 18 वर्ष से कम होना चाहिए।
- परिवार के सभी बच्चे इस योजना का लाभ उठा सकते हैं।
- वर्तमान में जीवित माता या पिता की आय 2 लाख रुपए या इससे कम होना चाहिए।
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मुख्यमंत्री बाल सेवा योजना के आवेदन करने के लिए आवश्यक दस्तावेज
आज के समय में यदि आप इस योजना का लाभ उठाना चाहते हैं तब आपके पास निम्न दस्तावेज होना चाहिए –
- उत्तर प्रदेश राज्य का निवासी होने का घोषणा पत्र होना चाहिए।
- आवेदक का आयु प्रमाण पत्र
- माता पिता के कोरोना संक्रमण से मृत्यु होने का साक्ष्य
- बच्चे तथा अभिभावक की नवीनतम फोटो सहित पूर्व आवेदन
- माता पिता का मृत्यु प्रमाण पत्र
- आय प्रमाण पत्र (यदि माता-पिता दोनों की मृत्यु कोरोना संक्रमण से हो जाती है तब ऐसे स्थिति में आय प्रमाण पत्र जमा करने की जरूरत नहीं पड़ती है।
- शिक्षण संस्थान में रजिस्ट्रेशन का प्रमाण पत्र
- आवेदन पत्र
- माता-पिता या लीगल गार्डियन का मृत्यु प्रमाण पत्र
- 2015 की धारा 94 में वर्णन प्रमाण पत्रों के अतिरिक्त परिवार रजिस्टर की नकल कॉपी होना चाहिए।
- मोबाइल नंबर
- पासपोर्ट साइज फोटो आदि।
मुख्यमंत्री बाल सेवा योजना के लिए आवेदन कैसे करें?
वर्तमान समय में यदि आप इस योजना का लाभ उठाना चाहते हैं और आप इस योजना के लिए आवेदन करना चाहते हैं तब आप निम्न तरीके को अपना सकते है–
- यदि आप ग्रामीण क्षेत्र में निवास करते है, तब आपको अपने नजदीकी ग्राम विकास/ पंचायत अधिकारी या विकासखंड या फिर जिला प्रोबेशन अधिकारी कार्यालय में जाकर आवेदन फॉर्म प्राप्त करना होगा, और यदि आप शहरी क्षेत्र में निवास करते है तब आप आवेदन फॉर्म लेखपाल, तहसील या जिला प्रोबेशन अधिकारी के कार्यालय से प्राप्त कर सकते हैं।
- अब आप आवेदन फॉर्म को ध्यान से पढ़कर अपनी सभी जानकारी सही से भर दे।
- इसके पश्चात आप अब अपना आवश्यक दस्तावेज अटैच कर दे।
- अब आप अपना आवेदन फॉर्म जिला महिला व बाल विकास विभाग में जमा कर दे।
- इस तरह से आप आसानी से बाल सेवा योजना के लिए आवेदन कर सकते हैं।
उत्तर प्रदेश मुख्यमंत्री बाल सेवा योजना (UP Mukhyamantri Baal Seva Yojana) की शुरुआत योगी आदित्यनाथ जी द्वारा किया गया है और इस योजना के माध्यम से उत्तर प्रदेश राज्य में कोरोना संक्रमण से हुए अनाथ बच्चों को आर्थिक और सामाजिक सहायता प्रदान किया जायेगा। इस योजना के माध्यम से पढ़ाई से लेकर शादी तक खर्च का वहन राज्य सरकार द्वारा किया जायेगा, इसके साथ ही लैपटॉप व मोबाइल का वितरण किया जाएगा।