भारत राष्ट्र को आत्मनिर्भर बनाने के लिए वर्तमान समय मे सरकार के द्वारा अनेक तरह की योजना चलाई जा रही है, जिसके माध्यम से व्यापारियों को कम ब्याज दर में लोन मिल सके और वह अपना रोजगार को विस्तृत कर सके। नरेंद्र मोदी जी (Shri Narendra Modi) के द्वारा 15 अगस्त 2015 को लालकिला से इस योजना का प्रचार किया गया था, और इस कल्याणकारी योजना के माध्यम से भारत को आत्मनिर्भर बनाना है तथा जो नए एंटरप्रेन्योर स्टार्टअप स्टार्ट करना चाहते है उन्हें प्रोत्साहित करना है। सरकार के माध्यम से स्टार्टअप इंडिया (Startup India) के लिए कैम्पिंग भी चलाया जा रहा है, यदि आप इस योजना के बारे मे नही जानते है तब इस पोस्ट में सभी जानकारी आपको प्राप्त हो जायेगा।
स्टार्टअप इंडिया योजना क्या है :
तत्कालीन वित्त मंत्री अरुण जेटली ने 16 जनवरी 2016 को विज्ञान भवन, नई दिल्ली से इस योजना का लॉन्च किया गया था, और इस योजना के माध्यम से व्यापार एवं एंटरप्रेन्योरशिप (Entrepreneurship) को बढ़ावा प्रदान करना है, नए सोच के साथ नए स्टार्टअप को प्रोत्साहित करना है ताकि रोजगार के अवसर उपलब्ध हो सके और भारत की अर्थव्यवस्था (Economy of India) मजबूत हो सके। इस योजना के माध्यम से एक अलग सोच वाले स्टार्टअप को प्रोत्साहित किया जा रहा है, छोटे एवं बड़े सभी तरह के उद्योग को बढ़ावा दिया जा रहा है, तकनीकी क्षेत्र को बढ़ावा दिया जा रहा है।
स्टार्टअप इंडिया की मुख्य उद्देश्य :
भारत विस्तृत एवं बहुत बड़ा देश है, और यहां बहुत से लोग निवास करते है और सभी के पास अलग-अलग आईडिया है, किसी के पास टेक्नोलॉजी का ज्ञान है, किसी के पास प्रोडक्ट मैन्युफैक्चरिंग (Product Manufacturing), आर्ट, विज्ञान एवं फ़ूड आइटम आदि का, इन सभी एंटरप्रेन्योर को स्टार्टअप करने के लिए प्रोत्साहित करने के लिए इस योजना का क्रियान्वयन किया गया है। इसके साथ देश मे रोजगार एवं कारोबार को बढ़ावा दिया जा रहा है, छोटे उद्योग एवं कारोबारियों को आसान ब्याज दर में लोन कि सुविधा प्रदान किया जा रहा है। इसके साथ ही नए रचनात्मक सोच के साथ युवाओं को आगे बढ़ने के लिए हर सम्भव मदद प्रदान किया जा रहा है।
स्टार्टअप इंडिया की कार्य योजना क्या है :
वर्तमान समय मे भारत के लोगों के पास अनेक आईडिया है जिसे विनिर्माण क्षेत्र, प्राथमिक क्षेत्र, एवं उत्पादन क्षेत्र आदि में लगा सकते है और भारत को आत्मनिर्भर बना सकते है, इन्ही सभी चीजो को ध्यान में रखते हुए सरकार ने स्टार्टअप इंडिया (Startup India) की शुरुआत किया है, और इस योजना का कार्य योजना तीन क्षेत्रों में ध्यान केंद्रित करती है जो कि निम्न है-
- सरलीकरण एवं हैंडहोल्डिंग आसानी से करना
- किसी भी तरह का वित्त पोषण सहायता करना एवं जितना हो सके उतना प्रोत्साहन प्रदान करना।
- उद्योग-अकादमी भागीदारी सुनिश्चित करना तथा व्यापार को ऊष्मायन बनाना।
स्टार्टअप इंडिया की मुख्य विशेषता :
भारत मे स्टार्टअप को इकाई की तरह प्रस्तुत किया गया है एवं अबतक वार्षिक कारोबार 100 करोड़ से कम है, एवं 10 हजार करोड़ रुपये प्रारंभिक समय के लिए आवंटित किया गया है, तथा इस योजना का मुख्य विशेषता निम्न है-
- भारत के एंटरप्रेन्योर एवं कारोबारियों को 10,000 करोड़ का स्टार्टअप फंडिंग प्रदान करना है।
- नए स्टार्टअप में पेटेंट पंजीकरण करने के लिए पंजीकरण शुल्क में कमी करना है।
- स्टार्टअप स्थिर करने के लिए 90 दिनों का समय दिया जाएगा, किसी तरह की निकास नही होता है तब बेहतर दिवालियापन संहिता लागू किया जायेगा।
- विनिर्माण क्षेत्र में ऑपरेशन के पहले 3 वर्षों तक किसी तरह का निरीक्षण नही होगा।
- स्टार्टअप के ऑपरेशन के पहले 3 वर्षों तक किसी तरह की कैपिटल गेन टैक्स नही वसूला जाएगा।
- ऑपरेशन के 3 वर्ष किसी तरह का कर अदा करना नही पड़ता है।
- स्व-प्रमाणन अनुपालन करने की आवश्यकता पड़ता है।
- भारत मे अटल इनोवेशन मिशन के माध्यम से कुछ जगहों पर इनोवेशन हब बनाया गया।
- भारत सरकार द्वारा 5 लाख स्कूलों को लक्षित किया गया है, तथा नवाचार से संबंधित कार्यक्रमों में 10 लाख बच्चों को शामिल करने का लक्ष्य निर्धारित किया गया है।
- सभी स्टार्टअप कंपनियों को आईपीआर सुरक्षा प्रदान करने के लिए नई योजनाएं का संचालन किया गया है।
स्टार्टअप योजना के लिए योग्यता :
- आपका उद्योग एक प्राइवेट लिमिटेड कंपनी के तहत रिजिस्टर होना चाहिए, अन्यथा यह पंजीकृत भागीदारी कंपनी या समिति दयता के रूप में।
- आपके कंपनी का टर्नओवर 25 करोड़ से अधिक वार्षिक नही होना चाहिए।
- कंपनी स्टार्टअप इंडिया के तहत नवीनी योजना की ओर काम कर रही हो तथा अधिक से अधिक तकनीकी का उपयोग किया जा रहा हो।
- कंपनी रोजगार के अवसर प्रदान करने वाला होना चाहिए।
- अधिक धन बनाने वाला आदर्श व्यवसाय होना चाहिए।
- आपके कंपनी का रजिस्ट्रेशन हुए 7 वर्ष से अधिक नही होना चाहिए, एवं जैव प्रौद्योगिकी कंपनी है तब 10 वर्ष से अधिक नही होना चाहिए।
स्टार्टअप इंडिया योजना के लिए आवश्यक दस्तावेज :
- आवेदक का आधार कार्ड एवं मतदाता परिचय पत्र
- कंपनी का लाइसेंस
- कंपनी का एड्रेस प्रूफ
- पासपोर्ट साइज फ़ोटो
- आवेदक का निवास प्रमाण पत्र
- आवेदक का बैंक खाता
- मोबाइल नंबर आदि।
स्टार्टअप इंडिया का लाभ :
- काम मे आसानी होगा, ऑनलाइन पोर्टल के माध्यम से रजिस्ट्रेशन कर सकते है।
- 90 दिनों के भीतर एक नया स्टार्टअप बन सकता है।
- सरकार के तरह से वित्त सहायता प्रदान किया जा रहा है।
- सरकारी सहायता का लाभ आसनी से मिल जाता है।
- नेटवर्किंग के अवसर में वृद्धि हो रहा है।
- रोजगार की सम्भवना बढ़ रहा है।
- इस योजना के माध्यम से आत्मनिर्भर भारत बनने में सहायता मिल रहा है।
- तकनीकी क्षेत्र में वृद्धि हो रहा है।
- नवाचार में बढ़ोतरी हो रहा है, नए नए आईडिया का जन्म हो रहा है।
- सरकार के द्वारा जागरूकता कार्यक्रम का संचालन किया जा रहा है।
- एंटरप्रेन्योरशिप एवं बिजनेस को बढ़ावा मिल रहा है।
- आर्थिक स्थिति में सुधार हो रहा है।
- निवेश करने वालों की संख्या बढ़ रही है।
स्टार्टअप इंडिया के लिए आवेदन कैसे करे-
सम्पूर्ण भारत मे इस योजना का लाभ अनेक लोग वर्तमान समय मे उठा रहे है यदि आप भी उठाना चाहते है, निम्न तरीके से आवेदन कर सकते है-
- सर्वप्रथम आपको भारत सरकार द्वारा इस योजना के लिए जारी किए आधिकारिक वेबसाइट https://www.startupindia.gov.in/ में जाना होगा।
- आप जैसे ही इस वेबसाइट के होम पेज में जाते है तब आपको अप्लाई का ऑप्शन मिल जायेगा, उसमें क्लिक करे।
- इसमें आप अपनी निजी जानकारी भरे और Create your StartUp Account में क्लिक करे।
- इस तरह से रजिस्ट्रेशन की प्रक्रिया पूर्ण हो जाता है।
- अब आप अपने आईडी एवं पासवर्ड के माध्यम से लॉगिन कर लेवें।
- इस तरह से आप आसानी से स्टार्टअप इंडिया के लिए आवेदन कर सकते है।
स्टार्टअप इंडिया के लाभार्थी :
वर्तमान समय मे हम बात किया जाए तब यह एक क्रांतिकारी योजना है जिसके माध्यम से 448 क्षेत्र को आयकर मुक्त रखा गया है। अबतक इंडिया में 5,63, 087 स्टार्टअप हब बन चुका है। इसके साथ ही अबतक डीपीआईआईटी मान्यता प्राप्त 70,686 स्टार्टअप्स है एवं सिडबी फंड ऑफ फंड्स 2980 वित्तीय पोषित स्टार्टअप्स है, वर्तमान समय मे अनेक कंपनियां है जो इस योजना के लिए आवेदन कर रही है, उनके गुणवत्ता को ध्यान में रखकर उसे भारत सरकार द्वारा स्टार्टअप योजना में सम्मिलित किया जा रहा है।
वर्तमान समय में स्टार्टअप योजना (Startup Yojana) स्टार्ट करने के उद्देश्य वैश्विक स्तर में भारत की अर्थव्यवस्था को समृद्ध करना है। आत्मनिर्भर भारत की संकल्प को स्टार्टअप इंडिया के माध्यम से पूर्ण करना है, नए एंटरप्रेन्योरशिप को आगे लाना है। सम्पूर्ण भारत मे 2016 से स्टार्टअप योजना के माध्यम से अनेक स्टार्टअप्स स्टार्ट हुआ है।