भारत के प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी द्वारा 1 जनवरी 2017 को एक योजना की शुरुआत की गई जिसका नाम है प्रधानमंत्री मातृत्व वंदना योजना| इस योजना को प्रधानमंत्री मातृ वंदना योजना (Pradhan Mantri Matru Vandana Yojana) के भी नाम से जाना जाता है। इस योजना के अंतर्गत पहली बार गर्भ धारण करने वाली महिलाओ को 6000 रूपए की आर्थिक सहायता प्रदान की जाती है। इस लेख में नीचे हम इस योजना के बारे में विस्तार पूर्वक चर्चा करेंगे।
प्रधानमंत्री मातृ वंदना योजना क्या है?
प्रधानमंत्री मातृ वंदना योजना योजना के अंतर्गत भारत सरकार महिलाओ को गर्भ धारण में 6000 रूपए की आर्थिक मदद देती है। गर्भ धारण करने वाली महिलाओ को ये सहायता अपना ध्यान रखने के लिए दी जाती है। प्रधानमंत्री मातृ वंदना योजना में मिलने वाली 6000 रूपए की राशि तीन किस्तों में दी जाती है।
पहली किश्त जो की 2000 रूपए की होती है वो गर्भवती महिला को तब ही दे दी जाती है जब वो आगनबाड़ी या किसी निकटतम स्वास्थ केंद्र में प्रशिक्षण कराती है, इस योजना की दूसरी किश्त गर्भधारण करने के 6 महीने बाद महिला को प्रयोगशाला में जाँच करने के लिए दी जाती है, और इसके साथ ही प्रधानमंत्री मातृ वंदना योजना की तीसरी और आखरी क़िस्त महिला को बच्चे के जन्म के समय दी जाती है जिससे वो बच्चे के टीकाकरण जैसे कि (बी सी जी, डी पी टी, ओ पी वी इत्यादि) में इस्तेमाल कर सके|
प्रधानमंत्री मातृ वंदना योजना का उद्देश्य?
इस योजना का असल उद्देश्य भारत में नवजात बच्चो की मृत्यु दर संख्या को कम करना है। असल में हमारे देश में वो गरीब एवं वंचित महिलाये जो कि आर्थिक रूप से कमजोर है और मेहनत मजदूरी कर के अपना पालन पोषण करती है, ये योजना उन लोगो के लिए है।
प्रधानमंत्री मातृ वंदना योजना (Pradhan Mantri Matru Vandana Yojana) का एक अहम् उद्देश्य ये भी है की जो स्त्रियाँ मेहनत मजदूरी कर के अपना पालन पोषण करती है उन्हें गर्भ अवस्था धारण करने के वक़्त एक विभाजित किस्तों में 6000 रुपयों की मदद पहुचायी जा सके जिससे कि वो गर्भधारण की हुई महिला अपना पालन पोषण ठीक से कर सके और इसके साथ ही उसके गर्भ में पल रहा बच्चा कुपोषित न पैदा हो जिसके साथ ही बच्चो के पैदा होने के मृत्युदर पे भी काबू पाया जा सके।
इस योजना का लाभ मुख्य रूप से मेहनत मजदूरी करने वाली और आर्थिक रूप से कमजोर रहने वाली महिलाये उठा सकती है, इस योजना में ये भी प्रावधान है कि जो महिलाएं सरकारी नौकरी करती है उन्हें इस योजना का लाभ नहीं मिलेगा। इस योजना के अंतर्गत ये भी प्रावधान है की महिला को दी जाने वाली आर्थिक मदद की राशि सीधे महिला के बैंक खाते में आएगी।
प्रधानमंत्री मातृ वंदना योजना के लिए कौन-कौन से दस्तावेज है जरूरी?
Pradhan Mantri Matru Vandana Yojana/प्रधानमंत्री मातृ वंदना योजना के लिए क्या पात्रता होनी चाहिए और कौन कौन से दस्तावेज जरूरी हैं वो नीचे पॉइंट में उल्लेखित की गई है –
- इस योजना में लाभांवित होने वाली महिला की उम्र 19 वर्ष से कम नहीं होनी चाहिए।
- इस योजना के अंतर्गत उन महिलाओ को लाभान्वित होने का पात्र माना जाएगा जो की 1 जनवरी 2017 या फिर उसके बाद गर्भवती हुई है।
- प्रधानमंत्री मातृ वंदना योजना में आवेदन करने के लिए आपसे आपका राशन कार्ड, बच्चे का जन्म प्रमाण पत्र, माता पिता दोनों का आधार कार्ड, माता पिता दोनो का पहचान पत्र, इसके साथ ही बैंक खाते के पासबुक की फोटो कॉपी मांगी जाएगी।
प्रधानमंत्री मातृ वंदना योजना के लिए कैसे करे आवेदन?
इस योजना में आवेदन करने के लिए दो तरीके है नीचे उन दोनों तरीको के बारे में बताया गया है।
ऑफलाइन माध्यम –
इस योजनामें पहला माध्यम है ऑफलाइन माध्यम जिसमे आपको अपने निकटतम आगनबाड़ी केंद्र में या फिर स्वास्थ केंद्र में जाना होगा वहां आपको आवेदन के लिए तीन फॉर्म दिए जाएंगे, आपको वहां पे पहले फॉर्म में मांगी गई जानकारी विस्तार पूर्वक भर देनी है जिसके बाद आपको दूसरे और तीसरे फॉर्म को भी नियमित अंतराल पे भरना होगा फिर अगर आप सभी पैमानों पे खरे उतरते है तो आपको इस योजना के अंतर्गत मिलने वाली 6000 रूपए की सहायता राशि नियमित अंतराल पे मिल जाएगी।
ऑनलाइन माध्यम –
प्रधानमंत्री मातृ वंदना योजना के लिए आवेदन करने के लिए दूसरा माध्यम है ऑनलाइन माध्यम जिसमे आपको इस योजना के ऑफिसियल वेबसाइट पे जाना होगा वहां रजिस्ट्रेशन का पोर्टल होगा जहाँ रजिस्ट्रेशन करने के बाद आपको मांगी गई सारी जानकारियो को फॉर्म में भर के सबमिट कर देना होगा जिसके बाद आप इस योजना का लाभ ले पाएंगे।