1 जून 2015 को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा अटल पेंशन योजना के नाम से एक पेंशन स्किम शुरू की गई थी। इस योजना का मकसद उन लोगो को लाभ पहुंचना था जो की असंगठित नेटवर्क में काम करते है, जैसे की वो लोग जो मेहनत मजदूरी कर के अपना घर चलाते है या फिर वो व्यक्ति जो अपना गुजर बसर अपनी मासिक आय से कर पाता है। अटल पेंशन योजना (Atal Pension Yojana) में रिटायर होने के बाद आप हर महीने पेंशन का लाभ उठा पाएंगे। इस पेंशन योजना में अगर आपकी आकस्मित मृत्यु हो जाती है तो इस योजना का लाभ आपके परिवार को भी मिल सकता है। इस योजना के अंतर्गत आप जो निवेश करते है जो की आगे जा के आपको लाभ पहुँचाती है उस स्किम की राशि में एक हिस्सा केंद्र की सरकार का भी होता है।
कौन उठा सकता है अटल पेंशन योजना का लाभ?
इस योजना का लाभ उठाने के सबसे पहले लाभार्थी का भारतीय नागरिक होना जरूरी है। अगर आपके पास भारत की नागरिकता है और आप इनकम टैक्स स्लैब में नहीं आते है तो आपको इस योजना का लाभ मिल सकता है जिसे लेने के लिए आपको किसी भी नजदीकी सरकारी बैंक शाखा में जाने की जरूरत है। अगर आपका खाता उस शाखा में चल रहा है तो वो आपसे आपका आधार कार्ड जो की खाते से जुड़ा हुआ हो और अन्य जरूरी दस्तावेज़ जैसे की पहचान पत्र , स्थाई पते का प्रमाण व कुछ पासपोर्ट साइज फोटग्राफ ले के आपकी अटल पेंशन योजना (Atal Pension Yojana) को शुरू करते है।
इस योजना में उम्र की सीमा क्या है?
अटल पेंशन योजना का लाभ उठाने के लिए आपकी उम्र 18 से 40 वर्ष होनी चाहिए, अटल पेंशन योजना में एक प्रावधान यह भी है कि आपको इस योजना के अंतर्गत कम से कम 20 साल का निवेश करना होगा।
इस पेंशन योजना के अंतर्गत कितनी राशि मिलेगी?
अटल पेंशन योजना की स्कीम में निवेश का लाभ इस बात पे निर्भर करता है कि आप कितने समय से इस योजना में निवेश कर रहे है। वैसे इस योजना की न्यूनतम लाभ की रकम 1000 रूपए है और अधिकतम लाभ की रकम 5000 रुपये प्रति माह है। इस योजना में अगर आप 18 वर्ष की आयु से ही निवेश शुरू कर दे तो आप इस योजना में अधिकतम लाभ की रकम प्राप्त कर सकते है जो की 5000 रुपए प्रति माह है।
इस योजना में मुख्य रूप से कौन से लोग शामिल हो सकते है?
अटल पेंशन योजना गरीब लोगों के लिए है। इस योजना में ऐसे लोग जो कि आयकर विभाग के दायरे में आते है, या कोई सरकारी कर्मचारी है, या फिर ईपीएफ और ईपीएस जैसे स्कीम से जुड़े हुए है वो लोग इस योजना में शामिल नहीं हो सकते है।
पेंशन फंड रेगुलेटरी एंड डेवलपमेंट अथॉरिटी ने 22 अप्रैल 2021 में यह सूचित किया है कि वित्त वर्ष 2020 – 2021 में अटल पेंशन योजना में तीन करोड़ से ऊपर लोग निवेश कर चुके है। पेंशन फंड रेगुलेटरी एंड डेवलपमेंट अथॉरिटी यह भी बताता है कि इस योजना में वर्ष 2020 – 2021 में करीब 79 लाख लोगो को जोड़ा गया है। सर्वे के अनुसार इस योजना के लिए 70 प्रतिशत खाते सार्वजानिक बैंको द्वारा खोले गए है। जबकि बाकि के खाते ग्रामीण बैंको द्वारा चालू की गई है। इन 79 लाख लोगो में स्टेट बैंक ऑफ़ इंडिया ने लगभग 28 प्रतिशत यानि की 22.07 लाख निवेशक जोड़े है जबकि कैनरा बैंक ने 5.89 लाख और इंडियन बैंक ने 5.17 लाख नए निवेशक जोड़े है।
अटल पेंशन योजना में पेनल्टी का क्या प्रावधान है?
अटल पेंशन योजना (Atal Pension Yojana) के अंतरगर्त अगर निवेशक 6 महीने तक निवेश नहीं करता है तो उसका अकाउंट फ्रीज कर दिया जाता है। अगर वो निवेशक 12 महीनो तक निवेश न करे तो उसका अकाउंट डीएक्टिवेट कर दिया जाता है और 24 महीनो तक बिना किसी निवेश भुगतान आने वाले खाते को पूर्ण रूप से बंद कर दिया जाता है। अगर निवेशक अपनी राशि समय पे भुगतान न कर पाये तो उसके लिए १ रुपए से ले के 10 रुपए तक की पेनाल्टी का प्रावधान है।