25 मार्च 2020 के दिन केंद्र सरकार द्वारा 21 दिन के लॉकडाउन की घोषणा की गई थी जिसका कारण कोरोना महामारी थी। इस 21 दिन के लॉकडाउन के असर को कम करने के लिए तत्कालीन भारत की सरकार ने एक योजना की शुरुआत की जिसका नाम है प्रधानमंत्री गरीब कल्याण योजना। मार्च 2020 में तब की वित्य मंत्री निर्मला सीतारमण ने अनाज वितरण को ले के योजनाओ की शुरुआत की थी जिसकी सुविधा प्रधानमंत्री गरीब कल्याण योजना (Pradhan Mantri Garib Kalyan Yojana) के अंतर्गत लोगो तक पहुँचाई जानी थी। इन योजनाओ के लिए केंद्र सरकार ने 1.70 हजार करोड़ रुपए का फण्ड आवंटित किया था। इस योजना के अंतर्गत करीब 80 करोड़ लोगो को लाभ पहुँचाने का अनुमानित लक्ष्य था केंद्र सरकार का।
क्या है प्रधानमंत्री गरीब कल्याण योजना?
इस योजना के अंतर्गत देश के करीब 80 करोड़ गरीब परिवारों को प्रति व्यक्ति 5 किलोग्राम चावल, 5 किलोग्राम गेंहू और 1 किलोग्राम चना दाल मुफ्त में मुहैया कराया जाएगा। इस योजना को अगर आप देखे तो ये अभी तक तीन चरणों में लागू हो चुका है। जैसा कि हम सभी जानते है प्रधानमंत्री गरीब कल्याण योजना को 26 मार्च 2020 को लागु किया गया था जिसके अंतर्गत लोगो 21 दिन के लॉकडाउन तक इस योजना से जुड़ी सुविधा देनी थी जिसकी अवधि 2 महीने की थी यानि की जून महीने तक।
फिर इस योजना पे समीक्षा बैठक हुई और भारत की केंद्र सरकार द्वारा 30 जून को ये तय हुआ कि इस प्रोग्राम को अगले 5 महीने के लिए बढ़ा दिया जाएगा जिसके अनुसार अगले पांच महीने यानि की नवंबर 2020 तक भारत सरकार भारत में रह रहे 80 करोड़ राशन कार्ड धारको को 5 किलोग्राम चावल, 5 किलोग्राम गेंहू और 1 किलोग्राम चना दाल का वितरण मुफ्त में करेगी।
नवंबर 2020 के बाद ये योजना फिर स्थगित हो गई इसके साथ ही देश में कोरोना वायरस की रफ़्तार भी धीमी पड़ने लगी थी फिर इस योजना को दुबारा अप्रैल 2021 में शुरू किया गया था साथ ही इस योजना के लिए 26 हजार करोड़ रूपए का अग्रिम बजट भी दे दिया गया था। जिसका एलान खुद देश के गृह मंत्री श्री अमित शाह ने 23 अप्रैल 2021 को ट्विटर के माध्यम से किया था इस बार भी इस योजना को दोबारा शुरू करने के पीछे कोरोना बीमारी ही थी क्योकि मार्च 2021 से ही भारत के विभिन्न हिस्सों में कोरोना की दूसरी वेव आने लगी थी जो कि अप्रैल महीने के आते आते पूरे देश में फ़ैल गई। ये योजना अभी तत्काल रूप से मई 2021 तक के लिए लागू है।
क्यों जरूरी थी प्रधानमंत्री गरीब कल्याण योजना?
“प्रधानमंत्री गरीब कल्याण योजना” जैसा कि इस योजना के नाम से ही समझ पा रहे है ये योजना गरीब लोगो को ध्यान में रखते हुए लागू की गई थी। जिसका सबसे बड़ा कारण कोरोना महामारी था, असल में केंद्र सरकार ने जब सम्पूर्ण देश में पूर्ण लॉकडाउन की घोषणा करी तो लोगो के सामने सबसे बड़ी मुश्किल खाने और रहने की हो गई जिसमे ज्यादातर वो लोग शामिल थे जो कि असंगठित छेत्रों में दिहाड़ी मजूदरी कर के अपना और अपने परिवार का पालन पोषण करते थे। लॉकडाउन शुरू होने के बाद इन असंगठित सेक्टरों में काम करने वाले लोगो को पैसे की तंगी होना लाज़मी था जिस वजह से भारत सरकार को प्रधानमंत्री गरीब कल्याण योजना (Pradhan Mantri Garib Kalyan Yojana) को लाना बहुत जरूरी हो गया था जिसमे इन लोगो को भुकमरी जैसी समस्याओ से निपटने में मदद मिल सके।
इन कारणों के साथ ही एक तर्क हम ये भी कह सकते है कि, जब भारत सरकार ने 21 दिनों के लॉकडाउन की घोषणा की तो भारत में रह रहे लोग इस तरह की बंदी से झूझने के लिए पहले से तैयार नहीं थे जिसका सबसे बड़ा कारण ये था कि इस देश ने इस तरह की पाबंदिया पहले कभी लगाई नहीं गई थी।
किन्हें मिलेगा इस योजना से लाभ
प्रधानमंत्री गरीब कल्याण योजना से भारत में रह रहे राशन कार्ड धारको को लाभ मिलेगा, अगर आपका नाम राशन कार्ड में दर्ज़ है और आपके परिवार में 4 लोग रह रहे है तो इस योजना के अंतर्गत प्रति व्यक्ति 5-5 किलो मुफ्त अनाज यानि की कुल 20 किलोग्राम अनाज मिलेगा इसके साथ ही ये जो अनाज प्रधानमंत्री गरीब कल्याण योजना (Pradhan Mantri Garib Kalyan Yojana) के अंतर्गत मुफ्त दिया जा रहा है ये आपके मासिक अनाज के कोटे से अलग होगा उदहारण के तौर पे अगर आपके परिवार में कोई एक व्यक्ति हर महीने 5 किलोग्राम राशन लेता है तो इस योजना के अंतर्गत उसे 5 + 5 किलो अनाज दिया जाएगा। इस प्रोग्राम का लाभ लेने के लिए आपको आपके निर्धारित सरकारी राशन दुकान पे जाना होगा।